सिविल अस्पताल बरनाला में कई वर्षों से कड़म खड़ी है हादसा ग्रस्त खराब एबुलेंस
पुलिस सुरक्षा की मांग के बावजूद नहीं मिली सुरक्षा, बड़ा हादसा होने से टला
तीन दिन पहले ही सैंसी बस्ती दौरे पर पहुंचे थे, डीआईजी एसटीएफ किया था सुरक्षा का दावा
सोनू उप्पल, बीबीएन नैटवर्क पंजाब, बरनाला ब्यूरों, 18 नवंबर बरनाला
सिविल अस्पताल बरनाला किसी ना किसी कारण सुर्खियों में रहता है व एमरजेंसी वाली साइड हर समय चर्चा में रही है। उसमें चाहे दरवाजा खुलवाने का मामला हो या फिर अस्पताल में चोरी की घटनाओं समेत नशेडियों का लड़ाई झग़ड़ा हो। लेकिन इस बीच अब नया कारनामा हैरानीजनक व सवालियां सामने आया है। सिविल अस्पताल बरनाला के एमरजेंसी समक्ष विगत कई वर्षों से हादसा का शिकार कड़म व क्षतिग्रस्त एबुलेंस को संदिग्ध हालात में आग लग गई, लेकिन बड़ा हादसा होने से बचाव हो गया व मुस्तैदी के कारण टल गया। आग की घटना के दौरान आग से जल रहा बिस्तर सामने आया, जो आग लगने की वजह सामने आ रहा है। जैसे कोई एबुलेंस में रात बिता रहा हो, इसमें नशे की आदि नशा करते हो या फिर एबुलेंस का गलत इस्तेमाल हो रहा था। जिस कारण आग लगी, जिसमें आग कारण सिगरेट व अन्य हो सकता है। क्योंकि एबुलेंस तो कई सालों से दम तोड़ चुकी है। अब आग कैसे लगी, कौन है जिम्मेदार, किसने लगाई, जानबूझ करके लगाई या घटना है। इसका जबाव किसी के पास नहीं है।
क्या कह रहे है एसएमओ ज्योति कौशल
सिविल अस्पताल बरनाला के डीएमसी व एसएमओ डॉक्टर तपिंदरजोत ज्योति कौशल ने कहा कि उनकी तरफ से विगत कई वर्षों से पुलिस सुरक्षा की मांग जारी है, लेकिन एसएसरपी बदल गए पर हालात नहीं बदलें। उन्होने कहा कि उनको अस्पताल में ना तो पुलिस कर्मी तैनात किए जा रहे है व ना ही उनको सुरक्षा तहत पीसीआर मिल रहे है। शायद पुलिस बड़ी घटना का इंतजार कर रही है। बता दें कि तीन दिन पहले ही सैंसी बस्ती दौरे पर डीआईजी एसटीएफ पहुंचे थे, जिनके द्वारा सुरक्षा का दावा किया था। लेकिन सब झूठ साबित हो रहा है।